Vishal Ramawat

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THE WORST ANIMAL(HUMAN)-20


आज कॉलेज में प्रोग्राम होने वाला था सभी अच्छे से तैयार होकर कॉलेज आए थे । मौली और सलोनी आदित्य के बाकी दोस्तों के साथ एक कमरे में प्रैक्टिस कर रहे थे। आदित्य और उसके दोस्तों ने एक जैसे कपड़े पहने थे। वही मौली ने वाइट कलर का सूट पहन रखा था । वही सलोनी में पिंक कलर का सूट पहन रखा था दोनों ने हल्का मेकअप कर रखा था जिसमें बहुत खूबसूरत लग रही थी।

कॉलेज के सभी लड़के और लड़कियां आज अच्छे से तैयार होकर आए थे प्रोग्राम के लिए। सभी को कुछ देर बाद ऑडिटोरियो में बुलाया गया, धीरे-धीरे एक-एक करके प्रोग्राम शुरू हुआ। कोई गाना गा रहा था तो कोई डांस कर रहा था। मौली का नंबर आने वाला था मौली की धड़कन तेज हो गई थी। सलोनी उसे शांत रहने के लिए कहने लगी और अच्छे से गाना गाना के लिए बोल रही थी । उसे बोल रही थी की अपना हंड्रेड परसेंट देना हारना और जीतना तो अलग बात है तुम बस अपना हंड्रेड परसेंट दो उतना काफी है।

मौली के नाम अनाउंसमेंट हुई तो सलोनी ने मौली को स्टेज पर जाने के लिए बोला। मौली हाथ में माइक थामे स्टेज की तरफ गई। मंच को उसने प्रणाम किया और माइक लेकर मंच के बीचो बीच खड़ी हो गई। एक लाइट उसके ऊपर आकर फोकस हो गई । उसने पीछे म्यूजिक वालों को इशारा किया म्यूजिक बजाने के लिए कुछ देर में म्यूजिक शुरू हुआ, तो मौली ने गाने की शुरूआत की...


होशवालों को खबर क्या
बेखुदी क्या चीज़ है
इश्क कीजिये फिर समझिये
ज़िन्दगी क्या चीज़ है

उनसे नज़रें क्या मिलीं
रौशन फिज़ाएँ हो गयीं
आज जाना प्यार की
जादूगरी क्या चीज़ है
इश्क कीजिये फिर...

बिखरी जुल्फों ने सिखाई
मौसमों को शायरी
झुकती आँखों ने बताया
मैकशी क्या चीज़ है
इश्क कीजिये फिर...

हम लबों से कह ना पाए
उनसे हाल-ए-दिल कभी
और वो समझे नहीं
ये ख़ामोशी क्या चीज़ है
इश्क कीजिये फिर...


मौली आंखे बंद किए गाना गा रही थी और पूरा ऑडिटोरियम उसका गाना सुन रहा था। जैसे ही गाना खत्म हुआ पूरा ऑडिटोरियम तालियों की आवाज से गूंज उठा। मौली ने तालियों की आवाज से अपनी आंखे खोली उसने बहुत ही शानदार तरीके से गाना गाया था । सभी लोग खड़े होकर उसके लिए तालियां बजा रहे थे। मौली ने झुक कर सभी का अभिवादन किया और स्टेज से नीचे उतर आई।

उसके कॉलेज के सभी लड़के और लड़कियां उसकी तारीफ कर रहे थे टीचर ने भी उसकी तारीफ की। वह सीधा जाकर सलोनी के पास खड़ी हो गई । सलोनी ने उसे पानी की बोतल दी क्योंकि वह जानती थी मौली आते ही क्या करने वाली है। उसने एक ही झटके में पूरी पानी की बोतल खाली कर दी और तेजी से सांस लेने लगी।

सिंगिंग प्रोग्राम पूरा हो चुका था अब अगला प्रोग्राम था डांस का एक-एक करके अलग-अलग कॉलेज के डांस ग्रुप आ रहे थे और डांस कर रहे थे। तभी एक टीचर भागती हुई मौली के पास आई और उसे अपने साथ आने के लिए बोला सलोनी और मौली दोनों ही मैम के साथ एक कमरे में चली गई।

वहा का नजारा देखकर दोनों ही हैरान रह गई , क्योंकि कॉलेज डांस ग्रुप की लीडर  पैर पकड़ कर बैठी हुई थी और रो रही थी। मैम ने उन्हें बताया कि यह लोग डांस की प्रैक्टिस कर रहे थे और इसी बीच उसका पैर मुड़ गया।

अब यह डांस नहीं कर सकती पैर में मोच आ गई है  और इसके बिना पूरा ग्रुप किसी काम का नहीं है क्योंकि यही थी जो ग्रुप की मेन डांसर थी। अब हम क्या करें कुछ समझ में नहीं आ रहा है तभी कमरे में प्रिंसिपल सर भी आ गए। सभी परेशान होकर बैठे हुए थे क्योंकि यह कॉलेज की इज्जत का सवाल था क्योंकि इसी कॉलेज ने स्पॉन्सर किया था यह प्रोग्राम  और अगर उनका कॉलेज डांस कंपटीशन में पार्ट नहीं लेता तो काफी परेशानी झेलनी  पड़ती। क्योंकि कोन कोन पार्ट लेने वाला है उनकी लिस्ट पहले ही बाहर चली गई है।

प्रिंसिपल आकर सलोनी से बोलते हैं बेटा प्लीज तुम इस बार संभाल लो तुम ही हो जो अब कॉलेज की रेपुटेशन को संभाल सकती हो । मैं मानता हूं कि तुम्हे परमिशन नहीं है पर अगर तुम एक बार सोच लो तो सोचना इस बारे में। मैं तुम्हारे सामने हाथ जोड़ रहा हूं सलोनी ने उन्हें मना किया हाथ जोड़ने के लिए। प्रिंसिपल सर वहां से जाते हुए रुक कर बोले जो भी फैसला हो मुझे बता देना अगर तुम नहीं करोगी तो मैं को बाहर मना बोल दूंगा कि हमारी कॉलेज की तरफ से कोई टीम पार्टिसिपेट नहीं कर रही है।

कुछ देर बाद प्रिंसिपल वहां जाकर बैठ गए पर अनाउंसमेंट हुई अगले डांस की। उनके कॉलेज का नाम आया तो प्रिंसिपल अपनी खुशी छुपाते हुए दूसरे सर से बोले उसने हमारी कॉलेज की लाज रख दी। सारी लाइट बंद हुई और एक लाइट स्टेज के बीच में आकर रुकी जा सलोनी थी । सलोनी ने बहुत ही खूबसूरत लहंगा पहना हुआ था सिर पर चुनरी ओढ़ी हुई थी। गाना शुरू हुआ, वह गाने के हर एक बोल के साथ डांस कर रही थी।


तूने पायल जो छनकाई
फिर क्यू आया ना हरजाई
ओ हो हो ओ हो ओ हो हो ओ ओ
तूने पायल जो छनकाई
फिर क्यू आया ना हरजाई
ओ हो हो ओ हो ओ हो हो ओ ओ
मैंने
मैंने पायल है छनकाई
अब तो आजा तू हरजाई
मैंने पायल है छनकाई
अब तो आजा तू हरजाई
मेरी सांसो में तू है बसा
ओ सजना आजा ना अब तरसा
ओ सजना आजा ना अब तरसा
मैंने पायल है छनकाई
अब तो आजा तू हरजाई
मेरी सांसो में तू है बसा
ओ सजना आजा ना अब तरसा
ओ सजना आजा ना अब तरसा
चले जब ये पुरवाई
बजे दिल में शहनाई
तू ही मेरे सपनों का ओ सजना आ आ आ
चले जब ये पुरवाई
बजे दिल मैं शेहनाई
तू ही मेरे सपनों का ओ सजना आ आ आ


जैसे ही गाना खत्म हुआ जोरदार तालियों से पूरा ऑडिटोरियम एक बार फिर गूंज उठा। सभी लोग 5 मिनट तक उन सभी के लिए तालियां बजाते रहे खड़े होकर । सलोनी ने बहुत ही बेहतरीन तरीके से डांस किया था और वह भी खुश थी अपनी मेहनत से। उसने बहुत दिनों बाद डांस किया था वो भी पूरे मन से, उसे डांस करना बचपन से ही पसंद था इसके घर वालो ने कभी उसे डांस करने नही दिया। काफी देर तक तालियां बजने के बाद सलोनी ने सभी को धन्यवाद बोला और सीधा चेंजिंग रूम की तरफ चली गई । मौली भी उसके पीछे गई और उसके पीछे से गले लग गई।

मौली पीछे से उसके गाल पर किस करते हुए बोली जानेमन तुमने तो आज सभी का दिल जीत लिया । आग लगा दी तुमने स्टेज पर, वहा जितने लौंडे बैठे थे सभी के सभी तुम पर फिदा हो गए। सलोनी पीछे से उसका हाथ हटाते हुए बोली कैसी बहकी बहकी बातें कर रही हो तुम। जेंट्स  मुझे कपड़े चेंज करने हैं मुझे जाने दो। मौली उसके साथ जाते जाते बोली सच ही तो कह रही हो कितना शानदार डांस किया तुमने।

कुछ देर बाद मौली और सलोनी कपड़े चेंज करके वापस आकर सभी के साथ बैठकर बाकी के प्रोग्राम देख रही थी। ऐसे ही बाकी के डांस के प्रोग्राम हुए उसके बाद ड्रामे का आया। आदित्य और उसके दोस्तों ने एक अच्छा ड्रामा क्रिएट किया था। जिसमें वह लोग एक ऐसे मुद्दे पर बात कर रहे थे जो कुछ दिन पहले मौली के मोहल्ले में हुआ था रेप। उन लोगों ने भी अपने इस प्रोग्राम में को भी बहुत ही गजब का निभाया सभी लोगों तारीफ कर रहे थे।

ऐसे ही करके एक-एक करके सारे प्रोग्राम खत्म हुए आखिरी में बारी थी विनर की अनाउंसमेंट की । सबसे पहले एक-एक करके बाकी के खेल के सभी का नाम आया । अब आया सिंगिंग का पहले नाम लिया गया तीसरे स्थान का, उसके बाद आया दूसरा स्थान का और सभी लोगों की धड़कन में बड़ी हुई थी ऐसे ही मौली ने सेकंड नंबर पर अपना नाम सुना तो खुशी से चीख पड़ी और कूदने  लगी। उसे अवार्ड लेने के लिए उसे स्टेज पर बुलाया गया तो वह भागती हुई स्टेज पर गई और वहां खड़े एक एमएलए ने उन्हें अवार्ड दिया सीधा वापस आई और सलोनी के गले लगी सभी टीचर्स उसको कांग्रेचुलेशन बोल रहे थे।

अगला नम्बर आया डांस का शुरुआत हुई तीसरे स्थान से यहां पर भी सभी की धड़कन में बड़ी हुई थी । सलोनी को कोई उम्मीद नहीं थी क्योंकि वह नहीं चाहती थी कि उसे कोई अवॉर्ड भी मिले । वह सिर्फ परफॉर्मेंस करना चाहती थी और उसने उसमें अपना हंड्रेड परसेंट दिया। तीसरे स्थान पर इसका नाम नही आता, दूसरे स्थान पर भी उनका नाम नहीं आया।

कॉलेज वालों के चेहरे पर उदासी चाहती जा रही थी तभी पहले स्थान का नाम लिया वहां अपने कॉलेज का नाम सुनकर सभी लड़के सीटी बजाने लगे तेजी से चिल्लाने लगे।

सभी लोग सलोनी को स्टेज पर जाने के लिए बोल रहे थे पर वह जानने के लिए मना बोल रही थी क्योंकि यह बात अगर उसके घर वालों को पता चल गई तो उसके पापा पहले से ही नाराज है और उससे नाराज होंगे और बहुत मारेंगे।

चीफ गेस्ट और जज वगैरा ने सभी ने खुद सलोनी को स्टेज पर बुलाया तो सलोनी बाकी अपने ग्रुप मेंबर्स के साथ स्टेज पर पहुंची और वह अवार्ड लिया सभी लोगों ने उसकी बहुत तारीफ की। सलोनी ने उस अवार्ड अपने ग्रुप मेंबर को देकर  नीचे उतर गई ।

आदित्य और उसके दोस्तों को कोई अच्छा स्थान नहीं मिला पर ग्रुप मेंबर और चीफ गेस्ट ने उनकी भी तारीफ की थी कि उन्होंने एक बहुत ही अच्छे टॉपिक पर बात की।

कुछ देर बाद सभी लोग नाश्ते के लिए हॉल में चले गए वहां पर प्रिंसिपल सर सलोनी के पास आकर बोले बेटा आपका बहुत-बहुत शुक्रिया आपने आज बहुत बड़ा एहसान कर दिया, हम पर उनकी बात सुनकर मौली पर सर इसको बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ी।

आप भी जानते ही है कि इसको डांस वगैरह की परमिशन नहीं है इसलिए यह हमेशा बचती है किसी भी प्रोग्राम में पार्टिसिपेट करने के लिए पर आज सिर्फ आपके कहने और कॉलेज के लिए इसने डांस कंपटीशन मे भाग लिया । आप भी जानते हैं यह जब यह बात उसके घर वालों को पता चलेगी तो क्या होगा।

प्रिंसिपल सर बोले अगर बेटा मैं बात करूं तुम्हारे घर से तो सलोनी बोली नहीं सर आप बात मत करिए मैं देख लूंगी जो होगा ज्यादा ज्यादा क्या होगा 5- 7 थप्पड़ पड़ेंगे इससे ज्यादा क्या होगा। उसकी बात सुनकर प्रिंसिपल सर कुछ नहीं बोले सर ने सलोनी के सिर पर हाथ रख कर बोलो अपना ख्याल रखना बेटा खूब तरक्की करो।

आदित्य अपने दोस्तों के साथ दोनों के पास आकर बैठा सलोनी का मूड अब  खराब हो रहा था उसे अंदर से डर लग रहा था। कि घर का क्या मॉल होगा , मौली सब कुछ अच्छे से समझ रही थी इसलिए उसका मूड ठीक करने की कोशिश कर रही थी।

सभी लोग नाश्ता वगैरह कर रहे थे कुछ देर में सभी घर के लिए निकल गए। उसके घर छोड़कर अपने घर के लिए निकल गई। उन लोगों को घर आने में शाम हो गई थी जैसी वह घर के अंदर पहुंचती है उसके पापा सामने ही उसका इंतजार कर रहे होते हैं।

वह उनको नजर अंदाज करते हुए अपने कमरे की ओर जाती है तो वह उसे पीछे से आवाज देते हैं और उसे अपने सामने बुलाते हैं । घर के सभी लोग आ जाते हैं उसके पापा की आवाज सुनकर । सलोनी जाकर के सामने खड़ी हो जाती है सलोनी को पता था क्या क्या होने वाला है क्योंकि उसके शुभचिंतकों ने कॉलेज में जो भी हुआ वह अब तक घर तक पहुंचा दिया होगा मिर्च मसाला डाल कर। वह इन सब के लिए खुद को पहले से तैयार कर रही थी।

सलोनी के पापा कहते हैं मुझे तुमसे बात करनी है तो सलोनी उनके सामने जाकर खड़ी हो जाती है और बोलती है बताओ क्या हुआ क्या बात करनी थी आपको । उसके पापा बोले आज कॉलेज में तुमने क्या किया तो सलोनी चेहरे पर मुस्कान ला कर बोली आपको खबर मिल गई है क्या बात है पापा आपका नेटवर्क तो बहुत तेज मेरे घर आने से पहले ही बात घर पहुंच गई।

सलोनी के पापा बोले बातों को घुमाओ मत जो जितना पूछा है उतना जवाब दो सलोनी बोली मैंने कौन सा गुनाह कर दिया है जो इस तरीके से बात कर रहे हो मैंने तो सिर्फ कॉलेज में डांस किया था इसमें कौन सा पहाड़ टूट गया।

सलोनी इतना ही बोली थी कि उससे पहले ही एक थप्पड़ पड़ने की आवाज आई वह किसी और ने नहीं बल्कि सलोनी की मम्मी ने मारा था उसके गाल पर । सलोनी अपने गाल पर हाथ रखकर भरी हुई आंखों से अपनी मां को देख रही थी वह बोली तुझे मना किया था ना डांस करने के लिए फिर भी। एक बार में तुझे बात समझ में नहीं आती कितनी बार बोलना पड़ेगा।

सलोनी बोली मैंने गलत क्या कर दिया इसमें जो आप सब लोग मेरे ऊपर इतना गुस्सा हो रहे हो। सलोनी के पापा बोले नहीं तुमने तो कुछ नहीं किया सारी गलती तो हमारी है हमें ही तुम्हे कॉलेज नहीं भेजना चाहिए था । शर्मा जी ने अगर नहीं बताया होता हमें तो यह बात तो मैं पता ही नहीं चलती कि हमारी बेटी कॉलेज में क्या क्या कर रही है।

एक शर्मा जी की बेटी देखो पढ़ाई में ध्यान देती हमेशा ना किसी फालतू काम में ध्यान देती है कभी उसका नाम इन फालतू कामों में नहीं आता। सलोनी अब गुस्सा हो गई थी और वह बोली आपको इतनी तारीफ करनी है शर्मा जी की तो ठीक है मैं उनकी बेटी के जैसी बन जाती हूं अगर  आपको इसमें खुशी होती है तो याद रखना फिर मुझे मत कहना।

आप तो शुरू से यही चाहते थे ना कि मैं शर्मा जी की बेटी के जैसे बनू वह क्या-क्या करती आपको पता नहीं है तो वह बोले वह सिर्फ पढ़ाई पर ध्यान देते तुम्हारी जैसी आवाज गिरी नहीं करती । उसके फ्रेंड देखो और एक अपने फ्रेंड देखो तुम्हारे फ्रेंड को आवारा गिरी के अलावा कुछ आता ही नहीं है कॉलेज में।

सलोनी का गुस्सा अब बड़ गया था वह बोली शर्मा जी की बेटी कॉलेज में 4 - 4 लडको को घूमती है उनके साथ रूम पर जाती है शराब पीती सिगरेट पीती है मैं भी शुरु कर दूं वही सब काम। मैं भी लड़के घुमाना शुरू कर देती हु चली जाओ उनके साथ रूम पर।

इतना सुनते ही सलोनी के पापा ने वही उसे मानना शुरू कर दिया पहले थपड़ मारा। उसके पापा के हाथ में अंगूठी पहनी हुई थी जिस वजह से सलोनी का होंठ पर कट लग गया था और वहां से खून निकल रहा था । पर उसके पापा को उसकी बिल्कुल भी परवाह नहीं थी । वहलगातार उसे मारे जा रहे थे और जबरदस्ती उसे खींचकर कमरे में लेकर गए और दरवाजा बाहर से बंद कर दिया।

उन्होंने सलोनी का फोन भी तोड़ दिया था जबरदस्ती खींच कर ले जाने की वजह से उसके पैर में सीढ़ियों से चोट लग गई थी वहां खून निकल रहा था।

सलोनी बेड पर लेटे-लेटे रो रही थी उसके दाहिने पैर में खून निकल रहा था होंठ से खून निकल रहा था उसे बहुत दर्द हो रहा था और घर में किसी को भी उसकी परवाह नहीं थी।

माफ करना बहुत दि

कमश:
।। जयसियाराम ।।

vishalramawat"सुकून"(जाना)


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4 Comments

अदिति झा

08-Feb-2023 12:01 AM

👌👍🏼

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Milind salve

06-Feb-2023 09:52 PM

Nice part 👌

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